Saturday, August 4, 2007

बैगा बाहुल्य ग्रामों में चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा की मुख्यमंत्री ने


डा. सिंह ने सुदूर क्षेत्रों में किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य गंभीर होने की स्थिति में जिला चिकित्सालय लानें निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में पक्का कुआं का निर्माण करायें जिससे उन्हें शुद्ध पेयजल प्राप्त हो सके. जहां तक हेंडपंप खोदने लिए मशीन पहुँचायी जा सकती है और वहां का पानी पीने योग्य है ऐसी जगह पर हैंडपंप का खनन करायें.

कवर्धा. मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने सोमवार को स्थानीय सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों की बेैठक लेकर पंडरिया विकासखंड के ग्राम गभाडा में सात भजगांव मंे एक आदिवासी की मृत्यु के कारणों, मृतकों के परिजनों को दी गयी सहायता राशि की विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने त्त् मृतक बैगा परिवार के परिजनों को क्०-क्० हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा भी की.

संवेदनशील मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने मृतक बैगा परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि वे उनके स्वास्थ्य के प्रति काफी चिंतित हैं.
उन्होंने जिले के विकासखंड पंडरिया और विकासखंड बोडला के उल्टी दस्त प्रभावित गांवों के लिये राजधानी रायपुर से तत्काल चिकित्सा दल भेजा गया था. उन्होंने कहा कि कले टर श्री सोनमणि बोरा को निर्देश दिया गया है कि स्वास्थ्य गठित टीम के सदस्य वनांचल और ग्रामीण क्षेत्र का सघन दौरा करते हुए उन्हें बताएं कि आदिवासी बैगा और ग्रामीणजनों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और खान पान में शुद्घता के लिये आवश्यक ऐहतियात बरतें.

डा. सिंह ने सुदूर क्षेत्रों में किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य गंभीर होने की स्थिति में जिला चिकित्सालय लानें निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में पक्का कुआं का निर्माण करायें जिससे उन्हें शुद्घ पेयजल प्राप्त हो सके. जहां तक हेंडपंप खोदने लिए मशीन पहुँचायी जा सकती है और वहां का पानी पीने योग्य है ऐसी जगह पर हैंडपंप का खनन करायें. मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी घटना की जानकारी शीघ्र जिला स्तर पर दें जिससे कि राहत दल शीघ्र भेजा जा सकंे.

कले टर श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि चरोटा भाजी, पिहरी में कुछ बैगा परिवार ने सुअर का मांस खाया था खाने के बाद वे प्रभावित हुये थे. मृतक बैगा परिवार के परिजनों को आर्थिक सहायता राशि जिला रेडक्रास सोसायटी से भी दी गयी हैं और पीड़ित लोगों का समुचित उपचार किया जा रहा है. साथ ही मरीजों के खाने के लिए चिकित्सकों के द्वारा सुझायेगये खिचड़ी और अन्य पौष्टि क आहार की व्यवस्था भी की गयी है.

पंडरिया तहसील के सुदूर वनांचल के ग्राम में उल्टी दस्त की प्राप्त शिकायत को दृष्टि गत रखते हुए ऐहतिसात के सुदूर वनांचल पहुंचविहीन क्षेत्र जैसे मंझगंाव भाकुर, सेंदूरखार कुईकुकदूर कोदवागाे़डान माटपूर और आसपास के क्षेत्रों में स्थित गंावों के कुआँ और पेयजल स्त्रोतों में तत्काल लोरोनिकेशन करने और ग्रामवासियों को आवश्यक समझाईश देने के अलावा जिस ग्रामों में हेंडपंप नहीं है वहां आवश्यकता पड़ने पर तत्काल हेंडपंप स्थापित करने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिये हैं. उन्हांेने ग्रामवासियों को बासी भोजन,सड़ें-गले पदार्थ का उपयोग लाने संबंधित विभागों और स्वास्थ्य दल को निर्देश दिये हंै.

श्री बोरा ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी और वन विभाग का एक पृथक से दल गठित किया गया है, जो जिले के सभी आश्रम शाला, छात्रावास, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और डारमेंट्री शालाआें का निरीक्षण कर स्वास्थ्य और खान-पान मेें शुद्घता संबंधी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये संबंधित क्षेत्रों में सतत तैनात है.

बाे़डला विकासखंड के दलदली, तरेंगांव क्षेत्र और पं़डरिया तहसील के ग्राम कुई कुकदूर कोदवागाे़डान और तेलियापानी के आसपास के क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाये जाने दल गठित किये गये हैं.

इस अवसर पर छग. स्टेट वेयर हाउसिंग के अध्यक्ष डा.सिंया राम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रघुराज सिंह, श्री मोती राम चंद्रवंशी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, श्रीमती शालिनी रैना, अपर कले टर, श्री आर. पी. देंवागन, अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया, श्री आेंकार यदु, अनुविभागिय अधिकारी कवर्धा, श्री सिद्घार्थदास, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डा.आर.पी. नोन्हारें सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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