Saturday, August 4, 2007

जानलेवा काले धुएँ के खिलाफ ग्रामीणों में रोष

कंपनी मैनेजर द्वारा ग्रामीण की पिटाई, जान से मारने की धमकी

भिलाई. पुरानी भिलाई के समीपस्थ ग्राम अकलोरडीह हथखोज पिछले छह साल से प्रदूषण की मार झेल रहा है. यह प्रदूषण निरोस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लगातार 24 घंटे कोयले की पिसाई के फलस्वरूप होता है,जिससे भारी मात्रा में काले धुएँ के साथ कार्बनडाय आ साइड गैस पूरे गाँव में फैली रहती है. इस प्रदूषण से मानव जीवन के साथ ही पशु पक्षियों को भी बेवजहा मौत के मुंह में ढकेलने में कोई कोरकसर बाकी नहीं छोडी गई है. कई प्रयासों के बाद भी फै ट्री मालिक ग्रामीणों की जान के दुश्मन बने हुए हैं.
इस प्रदूषण से न केवल अकलोरडीह, बल्कि हथखोज, सुरडुंग, उमदा, जरवाय, पथर्रा एवं शिवपुरी तथा जामुल निवासी काफी परेशान हैं.
इस गंभीर प्रदूषण से लगभग क्षेत्र की चालीस हजार जनसंख्या प्रभावित हो रही है. इस काले धुएँ से क्षेत्र के खेत खलिहान, कुएँ, तालाब, पेड, पौधे आदि सब काले पड़ चुके हैं. घरों में रखे खाद्य पदार्थ एवं कपड़ों पर भी काला धुआँ बैठ जाता है.
इस प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाने वाले ग्रामीणों के साथ निरोस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों द्वारा मारपीट किए जाने की भी खबर है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक गत ख्भ् जून को अपने साथियों के साथ कंपनी मालिक को ज्ञापन देने पहुँचे अकलोरडीह निवासी किशन साहू के साथ कंपनी के मैनेजर लाली सरदार ने गाली गलौच की. इस पर भी जब उसका दिल नहीं भरा तो वह अपने पाले हुए 10-15गुंडों को साथ लेकर रात 1० बजे किशन के घर जा पहुँचा और उसे जान से मारने, हांथ-पाँव काटने और ट्रक के नीचे कुचल देने, फर्जी चोरी के मामले में फं सा देने की धमकी देने लगा. उन्होंने उसे घर से बाहर खींचने की भी कोशिश की. किशन की माता और पत्नी द्वाराा शोर मचाए जाने से गाँव वालों के इकठ्ठा होने पर वे वहाँ से भाग निकले.
किशन साहू ने तत्काल इसकी रिपोर्ट भिलाई-3 थाना में दर्ज कराई, जिसमें आरोपियों पर धारा 294, 506- बी तथा फ्ब् आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है. आश्चर्य का विषय है कि ग्रामवासियों द्वारा इस जानलेवा प्रदूषण के खिलाफ राज्य शासन के साथ-साथ सभी संबंधित पक्षों को शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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