Saturday, August 4, 2007

संयंत्र के तीन महप्रबंधकों को सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के तीन महाप्रबंधकों सर्वश्री आर एस सिंह महाप्रबंधक प्रभारी (प्रबंधन सेवाए) श्री ओ एन प्रसाद महाप्रबंधक (ऊर्जा प्रबंधन विभाग) और श्री आर जे सिंह महाप्रबंध के आंतरिक अंकेक्षण को सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई दी गई. 31 जुलाई, 2007 को इस्पात भवन स्थित प्रबंध निदेशक सभागार में आयोजित विदाई समारोह में कार्यकारी प्रबंध निदेशक श्री एस के जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्री एस के जैन ने लंबे और चुनौती भरे कार्यकाल के लिये महाप्रबंधकों सर्वश्री आर एस सिंह, श्री ओ एन प्रसाद और श्री जे सिंह को सम्मानित करते हुए उनके परिवार के सुखी, समृद्घ और दीर्घ जीवन की कामना करते हुए कहा कि तीनों ने ही अपने क्षेत्रों में बहुत अच्छा काम किया है. इनके योगदान को संयंत्र हमेशा याद रखेगा तथा जब भी इनकी सेवाओं की जरूरत होगी, इन्हें पुन:याद करेंगे.
कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा श्री टी के गुप्ता ने कहा कि आज सब पूरे माहौल में प्रतिस्पर्धा का ही बोलबाला है. संयंत्र के तीन अत्यंत अनुभवी अधिकारी हमसे अलग हो रहे हैं. कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन श्री एस एन सिंह ने तीनों ही अधिकारियों के कार्यकाल की सराहना की.
कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन श्री पी के अग्रवाल ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा है कि तीनों अधिकारी सेवानिवृत्ति के पश्चात भिलाई में ही निवास कर रहे हैं. श्री अग्रवाल ने भिलाई के बिरादरी की भावना की सराहना करते हुये कहा कि मेरी इच्छा है कि ऐसे अधिकारी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने में भिलाई की मदद करें.
इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी लौहश्री मुरली मोहन ने कहा कि सेवानिवृत्ति हो रहे तीनों ही महाप्रबंधकों से मेरे व्यक्तिगत अच्छे संबंध रहे. तीनों ही अधिकारियों ने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है. महाप्रबंधक उपयोगिता श्री आर पी सैनी ने बहुत ही भावपूर्ण शब्दों में उन अधिकारियों के कार्यकाल के उपलब्धियों की चर्चा की. समारोह को महाप्रबंधक प्रभारी मिल्स और गुणवत्ता श्री भरत लाल ने भी सम्बोधित किया.
सेवानिवृत्ति हो रहे श्री आर एस सिंह महाप्रबंधक प्रभारी प्रबंधन सेवाए ने कहा कि मैं अपने पूरे कार्यकाल से बहुत प्रसन्न हूँ. एक लंबे समय तक ब्लॉस्ट फर्नेस में तब रहा जब वहॉ आटोमेशन नहीं था और बहुत श्रम करना होता था. तब भी हम काम में पूरा आनंद लिया करते थे.ब्लास्ट फ र्नेस-स्त्र के निर्माण से भी मैं जु़डा रहा. बाद में भी अन्य विभागो में प्रबंधन ने मुझे सीखने का अवसर दिया, इसके लिये मैं संयंत्र का अत्यंत आभारी हूँ. श्री ओ एन प्रसाद महाप्रबंधक ऊर्जा प्रबंधन विभाग ने कहा कि मुझे अपने कार्यकाल से पूरा संतोष मिला. प्रबंधन ने मुझे सीखने के अवसर प्रदान किये. श्री आर जे सिंह महाप्रबंधक आंतरिक अंकेक्षण ने अपने दीर्घ कार्यकाल के कुछ क्षणों की चर्चा करते हुए कहा कि समय कैसे बीत गया कुछ पता ही नहीं चला. तीनों ही अधिकारियों ने संयंत्र की प्रगति के लिये अपनी शुभकामनायें प्रदान की.
श्री आर एस सिंह महाप्रबंधक प्रभारी प्रबंधन सेवाएं धातुकर्म में बी टेक की उपाधि ली. 1968 में, श्री आर जे सिंह महाप्रबंधक आतंरिक अंकेक्षण धातुकर्म में बी एस सी इंजीनियरिंग की उपाधि ली.1969 में और श्री ओ एन प्रसाद महाप्रबंधक ऊर्जा प्रबंधन विभाग ने मेकेनिकल में वी एस सी इंजीनियरिंग की उपाधि लेकर 1972 में स्नातक अभियंता के पद पर स्टील अथारिटी ऑफ लिमिटेड की सेवा से संबंद्घ हुये. अपनी कार्यकुशलता, मिलनसार व्यक्तित्व, लगन और समर्पण के बल पर तीनों अधिकारियों ने विभिन्न विभागों में विभिन्न पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुये महाप्रबंधक के पद तक पहुंचे.

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