सेल निविदाकर्ताओं, विक्रेताओं के साथ इंटीग्रिटी पैक्ट कार्यान्वित करेगा
नई दिल्ली.स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड सेल ने 1०० करोड और उससे अधिक मूल्य की सभी नई खरीद और ठेकों के लिए निविदाकर्ताओं, विक्रेताओं के साथ इंटीग्रिटी पैक्ट कार्यान्वित करने का निश्चय किया है. एक ऐसे समय मेंजब कंपनी हजारों करोड रूपये की विस्तार एवं आधुनिकीकरण परियोजनाओं को अंतिम रूप देने रही है, कंपनी ने यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. यह प्रणाली क्म् अगस्त, 2007 से प्रभावी होगी और सेल एवं निविदाकर्ताओं, दोनों पर निविदा और ठेका प्रदान करने की प्रक्रिया स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी. यह करार सेल और विक्रेताओं, खरीददारों के बीच एक सहमतिपरक समझौता होगा, जिसके तहत दोनों पक्षों को कुछ निर्धारित नैतिक मानदंडों का पालन करना होगा. इस समझौते के अंतर्गत निर्धारित मानकों का उल्लंखन सिद्घ होने की स्थिति में क्षतिपूर्ति के भुगतान और अन्य न्यायोचित कार्रवाईयां करने के लिए प्रावधान हैं. इस करार का कार्यान्वयन निष्पक्ष बाहा्र मॉनिटर्स देखेंगे, जिससे पारदर्शिता बढ़ाने औरर सेल के साथ-साथ निविदाकर्ताओं दोनों को समान अवसर प्रदान करने में मदद मिलेगी. इस संबंध में कंेद्रीय सतर्कता आयोग ने निष्पक्ष बाहा मॉनिटर के रूप मंे, पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त श्री पी. शंकर और पूर्व सेल अध्यक्ष, डा.पी.एल.अग्रवाल की नियुक्ति को मंजूरी दी है. इस करार के विशेष प्रावधानों को भारत के अतिरिक्त महाधिवक्ता द्वारा पुनरीक्षित किया गया है.
भिलाई इस्पात संयंत्र में रतनजोत पौधों का रोपण
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र ने प्लांट गैरेज के तत्वावधान में 1 अगस्त, 2007 को प्रात: संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (व र्स)श्री एस के जैन ने संयंत्र परिसर में रतन जोत का पौधा लगाकर रतनजोत-वृक्षारोपण अभियान का श्रीगणेश किया. उन्होंने प्लांट गैरेज परिसर में रतनजोत का पहला पौधा रोपा. इस अवसर पर उपस्थित श्री के एस आर मूर्ति महाप्रबंधक, प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएं)श्री पी के बसु महाप्रबंधक, प्रभारी (यांत्रिकी), श्री बी महापात्रा महाप्रबंधक (शॉप्स), श्री आर पी सैनी महाप्रबंधक (उपयोगिताएं), श्री पी गौतम महाप्रबंधक (ब्लॉस्ट फर्नेस), श्री डी मिश्रा महाप्रबंधक (यांत्रिकी) एवं श्री एम एम सामता उप महाप्रबंधक, प्रभारी (प्लांट गैरेज) ने भी वृक्षारोपण में भाग लिया. एग्रोक्रेट्स सोसायटी फॉर रूरल डेवलपमेंट एसोर्ड, रायपुर के सौजन्य से आयोजित रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम में संयंत्र के हर्टीकल्चर विभाग की भी अहम सहभागिता रही.
श्री एस के जैन रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम को संयंत्र के लिये भविष्य मेंबायोडीजल उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. श्री जैन ने कहा कि सर्वविदित है कि संयंत्र में डीजल चलित लोको तथा अन्य वाहनों का उपयोग माल परिवहन कार्य में बहुतायत में होता है, जिसमेंडीजल की खपत अत्याधिक होती है. श्री जैन ने कहा कि रतनजोत कि पौधों (बीज) के जरिये बॉयोडीजल का उत्पादन कर हम भी डीजल की खपत को कर पायेंगे. उन्हांेने बताया कि फिलहाल प्लांट गैरेज परिसर में ही लगभग भ्०० पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें सफलता के उपरांत एसोर्ड संस्था के सहयोग से इस अभियान का विस्तार संयंत्र परिसर के चुनिंदा हिस्सों मेंभी किया जायेगा.
रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम के सूत्राधार श्री मनीष शाहा अध्यक्ष एग्रोकेट्स सोसायटी फार रूरल डेवलपमेंट (एसोर्ड), रायपुर ने रतनजोत पौधा रोपण के लाभ पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इससे भिलाई इस्पात संयंत्र में आवश्यक डीजल की आपूर्ति मेंआसानी होगी. उन्होंने बताया कि इस मुहिम से बेरोजगार युवाओं को भी बॉयोडीजल निर्माण के क्षेत्र आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. प्रति हेक्टर रोपित रतनजोत पौधे, 1० टन प्रति वर्ष कार्बन डॉयआ साईड शोषित करने में सहायक होते हैं. इस तरह रतनजोत पौधे पर्यावरण संतुलन में भी सहायक है. श्री शाह ने बताया कि रतनजोत के एक पौधे से लगभग फ् किलो बीज तथा लगभग साढ़े तीन किलो बीज से लगभग एक लीटर बॉयोडीजल तैयार किया जा सकता है.एक हे टेयर में लगभग ढाई हजार रतनजोत पौधें का रोपण हो सकता है. पौधे की औसत ऊँचाई लगभग 1० फीट होती है तथा तीन साल तक इन्हें बगैर पानी के जीवित रखा जा सकता है. यह छांव में बेहतर विकसित हो सकते हैं. संस्था के उपाध्यक्ष श्री चंद्रकांत चंद्रवंशी तथा कोषाध्यक्ष श्री धीरेंद्र मिश्रा भी इस दौरान उपस्थित थे.
हर्टीकल्चर विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा एसोर्ड संस्था को संयंत्र परिसर में रतनजोत-वृक्षारोपण अभियान के लिये खाद, मिट्टी एवं गमलों के अलावा अन्य आवश्यक सहयोग दिया जायेगा. संस्था फिलहाल फ् वर्षों तक पौधों को अपने संरक्षण में देखभाल करेगी.
इस अवसर पर श्री ए बी पुरंग उप महाप्रबंधक, प्रभारी (फाऊंड्री शॉप), श्री एन डी सि की उप महाप्रबंधक (अनुरक्षण एवं सेवाएं) प्लांट गैरेज बिरादरी के श्री डी चौधरी उप महाप्रबंधक , श्री पी के तिवारी उप महाप्रबंधक श्री एम रेड्डी सहायक महाप्रबंधक, श्री एस के गुप्ता सहायक महाप्रबंधक श्री ए के मंडल सहायक महाप्रबंधक वरिष्ठ योजना सहायक श्री संतोष सिंह, हर्टिकल्चर विभाग के श्री आर एल देवांगन, श्री टी डी दुबे के अलावा प्लांट गैरेज विभाग के कार्मिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा क्क् अगस्त को अंतरविद्यालयीन राष्ट्र भक्ति गायन स्पर्धा
भिलाई. भिलाई. इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा म्० वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आगामी क्क् अगस्त, 2007 शनिवार को भिलाई सीविक सेंटर स्थित कला मंदिर में अंतर विद्यालय राष्ट ्रभक्ति समूह गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. भिलाई इस्पात संयंत्र, शासकीय एवं गैर शासकीय विद्यालयों के बीच कनिष्ठ तथा वरिष्ठ ों वर्गों में आयोजित यह प्रतियोगिता प्रात: .०० बजे से शुरू होगी. प्रतियोगिता मेंप्रवेश लेने की अंतिम तिथि आगामी े अगस्त, 2007 होगी. प्रवेश नि:शुल्क है.
भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक गायन स्पर्धा के उप प्रबंधक श्री एस आर जाखड ने एक जानकारी में बताया कि अंतरविद्यालीयन राष्ट ्रभक्ति गायन स्पर्धा, जूनियर ग्रुप माध्यमिकसतर कक्षाा वीं एक एवं सिनियर गु्रप उच्चतर माध्यमिक स्तर कक्षा क्ख्वीं तक दो समूह वर्गों में सम्पन्न होगी. कुल चार संगतकर्ता के साथ प्रतिभागी दल संगत हेतु हारमोनियम, तबले के अतिरिक्त कोई दो अन्य वाद्य का उपयोग कर सकते हैं. प्रत्येक समूह को अधिकतम स्त्र मिनट तक गायन का समय ही दिया जायेगा. फिल्मी समूह गायन की अनुमति नहीं होगी.
माध्यमिक शालास्तर की प्रतियोगिता के लिये प्रतियोगिता के लिये प्रतियोगी को प्रात:त्त् बजे तथा उच्चतर देना अनिवार्य होगा. क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा नियुक्त निर्णायकों का फैसला अंतिम तथा सर्वमान्य होगा. किसी भी प्रकार की अपील पर विचार नहीं होगा.
प्रविष्ठि याँ पुराना प्रशासनिक भवन स्थित क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह के कार्यालय में कार्यालय में कार्यालयीन समय में जमा की जा सकती है.
कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग का स्थापना दिवस
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग के ब्० वें स्थापना दिवस के अवसर पर 1 अगस्त, 2007 को एक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) श्री टी के गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. समारोह मेंमहाप्रबंधक (वित्त पर लेखा) श्री एस के गुलाटी, महाप्रबंधक (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक) श्री तन्मय रॉय और पूर्व विभागाध्यक्ष (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक) श्री वाई के रस्तोगी सहित संयंत्र के अनेक वरिष्ठ अधिकारी बड़ी संख्या मेंउपस्थित थे.
अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत, द्वीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ आरंभ इस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग तथा वहां के कर्मियों की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में इस विभाग के कर्मी अधिकतर कम्प्यूटरीकरण की जरूरत को देखते हुए ऐसा कुछ करंेगे जिससे कोई भी कार्य मानवीय रूप से करने की गुंजाईश ना रहे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने विभाग के नये साईट का शुभारम्भ किया.
पूर्व विभागध्यक्ष श्री वाय के रस्तोगी ने (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक)बिरादरी को उज्जवल भविष्य तथा बेहतर कार्य के लिये शुभकामनायें दी. आरंभ मेंअतिथियों का स्वागत करते हुए महाप्रबंधक कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक श्री शुभकामनायंे दी.आरंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए महाप्रबंधक कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक श्री तन्मय रॉय ने इस विभाग द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों और भविष्य के योजनओं की चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन श्रीमती समता कुमार ने तथा धन्यवद ज्ञापन श्रीमती भवना चावला ने किया.
एस.एम.एस-1 में संवाद भाग-ब् उद्घाटित
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-1 सृजन सभागार में स्त्र अगस्त 2007 को संयंत्र के एस.एम. एस-1 विभाग सृजन सभागार में संवाद भाग-ब् का उद़्घाटन महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास) श्री एस.एन. सिंह द्वारा किया गया.
कार्यक्रम मेंविभाग के उप महाप्रबंधक प्रभारी श्री योगेश कुमार डेगन एवं विभाग के अधिकारीगण तथा कार्मिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन टे्रनिंग प्रभारी श्री एम.एल. देशमुख ने किया. श्री देशमुख ने संवाद कार्यक्रम के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संचार के इस मंच से विभाग के लगभग क्ब्०० कार्मिक पिछले तीन वर्षों से लाभान्वित हो चुके हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन
भिलाई. इस्पात नगरी भिलाई में देश की आजादी की वर्षगांठ के अवसर पर क्भ् अगस्त, 2007 को संयंत्र प्रबंधन द्वारा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. इसी कड़ी में प्रात: त्त्.०० बजे मुख्य ध्वजारोहण समारोह के बाद संयंत्र के प्रबंध निदेशक इस्पात भवन के समक्ष से एक क्रॉस कंट्री रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस वर्ष इस रेस में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिये क्त्त् वर्षों मेंयह दाै़ड आयोजित की गई है.
हंदी में समझना आसान, हिंदी में समझाना आसान-रामराजू
भिलाई. श्री रामराजू प्रबंध निदेशक, भिलाई इस्पात संयत्र एवं अध्यक्ष नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति भिलाई-दुर्ग की अध्यक्षता में नराकास की ख्भ् वीँ अर्थात रजत बैठक ख्स्त्र जुलाई, 2007 को इस्पात भवन सभागार में संपन्न हुई.इस महत्वपूर्ण बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कंेद्रीय सरकार के संस्थान, बैंक व बीमा सहित भ्ख् संस्थानों के प्रमुख व प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. बैठक में भारत सरकार, गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित प्रावधानों के तहत सभी सदस्य संस्थानों में राजभाषा हिंदी में हो रहे काम काज की समीक्षा की गई.
श्री रामा राजू ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन मे ंकहा कि सचिवालय द्वारा प्राप्त आँकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि हिंदी बोलचाल की दिशा में लगातार वृदि्घ हो रही है,किन्तु हमें आंँकड़ों से उबरकर वास्तविकता के धरातल पर भी हिंदी-मय वातावरण तैयाार करना चाहिए. हम जिस क्षेत्र मेंकार्यरत हैं. वहीं कार्यालय का शत-प्रतिशत कार्य हिंदी में होना चाहिए. अगर हम ऐसा करने में सफल हो गए तो वह दिन हमारे लिए गौरवशाली दिवस होगा. उन्हांेंने कहा कि समिति के हर सदस्य संस्थानों की कार्य प्रणाली अलग-अलग है. अतएव कार्यसमिति बनाते समय इस पक्ष को भी ध्यान में रखना चाहिए. बैंकिंग तथा इन्श्योरेंस संस्थानो का आम-आदमी से सीधा संपर्क होता है, ऐसे में अगर वे हिन्दी में काम करें तो बेहतर विपणन का वातावरण तैयार होगा तथा ग्राहक-सेवा के उच्चतम आदर्श को हम प्राप्त कर पावेंगे. शाप फलोर से लेकर प्रबंधन की उच्च स्तर तक की बैठक के अपने अनुभवों से मैं यही कहना चाहूँगा कि हिंदी में समझना आसान है, हिंदी मेंसमझाना आसान है.
श्री भूपिंदर सिंह उप महाप्रबंधक प्रभारी संपर्क व प्रशासन एवं सचिव, नराकास ने कहा कि इसी इस्पात भवन सभागार में तत्कालीन प्रबंध निदेशक, भिलाई संयंत्र श्री विक्रान्त गुजराल की अध्यक्षता में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति भिलाई-दुर्ग की पहली बैठक हुई थी. उन्होंने बताया कि गठन के समय इस समिति के मात्र क्फ् सदस्य थे और आज सदस्य संस्थानों की संख्या बढ़कर भ्ख् हो चुकी है. संस्थानों द्वारा हिंदी कामकाज में दिए गए प्रतिशत वृदि्घ के अँाकड़े वास्वविकता को दर्शा रहे हैं,किंतु हमें इससे आगे जाना है.
श्री अशोक सिंघई, सहायक महाप्रबंधक राजभाषा एवं सहसचिव, नराकास ने बैठक का संचालन किया और विगत छमाही में सम्पादित कार्यों के परिप्रेक्ष्य में अनुपालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया. उन्होंने सभी संस्थानों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि शत-प्रतिशत कार्य हिंदी मेंही होने चाहिए, यह हमारा लक्ष्य है. इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें चरणबद्घ कार्यऱ्योजना बनानी होगी. अ टूबर ,2007 में स्थानीय कवि गोष्ठ ी एवं नवम्बर-दिसम्बर, 2007 मेंनराकास स्तरीय एक-दिवसीय राजभाषा संगोष्ठी एवं क्विज प्रतियोगिता का वृहद आयोजन किया जावेगा.
नराकास के अध्यक्ष श्री रामाराजू ने इस अवसर पर नराकास की गृहपत्रिका महानदी के पाँचवे अंक का विमोचन किया. उन्होंने सदस्य संस्थानों को औपचारिक रूप से रजत बैठक के उपलक्ष्य में स्मृति-चिन्ह भी प्रदान किये. नराकास के सदस्य, संस्थानों मेंवर्ष 2007 में हिंदी कामकाज के निरीक्षण के लिये श्री एन.पी. शर्मा समूह महाप्रबंधक, एचएससीएल. की अध्यक्षता में एक निरीक्षण उप समिति का गठन किया गया है.
अंत में डा. बीएम तिवारी उप प्रबंधक संपर्क व प्रशासन ने आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में भिलाई इस्पात संयंत्र के राजभाषा विभाग की पूरी टीम ने सराहनीय कार्य किया.
सभी वर्ग के बच्चों को मिलेगी कम्प्यूटर शिक्षा और नि:शुल्क सायकल
रायपुर.छत्तीसगढ़ प्रदेश के हर वर्ग के गरीब छात्र-छात्राएं अब कम्प्यूटर शिक्षा का ज्ञान ले सकेंगे. साथ ही हाई स्कूल एवं हायर सेकेन्ड्री स्कूल के हर वर्ग के गरीब बच्चों को सायकल वितरित भी की जाएगी. आदिम जाति राज्यमंत्री स्वतंत्रता प्रभार सत्यानंद राठिया ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल से हायर सेकेन्ड्री स्कूल के गरीबी रेखा से नीचे आने वाले हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को सायकल वितरित की जाएगी. उन्होंने बताया कि इससे पहले अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के गरीब बच्चों को ही सायकल वितरित की जाती है, लेकिन अब इसका लाभ सभी गरीब वर्ग के बच्चों को मिलेगा.
श्री राठिया ने बताया कि आदिम जाति विभाग का कार्य संभालने के बाद सबसे पहले उन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी ली और समीक्षा की. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी विभाग की ओर से सभी आश्रम तथा छात्रावास प्रारंभ हो चुके हैं. गरीब छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति समय पर उपलब्ध कराने के लिए अग्रिम राशि भी केंद्र से प्राप्त कर ली गई है. उन्होंने यह जानकारी भी दी कि, आने वाले समय से छठवीं से लेकर हायर सेकेन्ड्री स्कूल तक सभी आश्रम एवं छात्रावासों में कम्प्यूटर शिक्षा लागू कर दी जाएगी. इस शिक्षा का लाभ छात्र-छात्राएं शीघ्र पा सकें इसकेे लिए दस जिलों में योजना का अनुबंध हो चुका है. यह कम्प्यूटर शिक्षा इसी माह से लागू हो जाएगी. शेष छह जिलों मे भी इस योजना को सितम्बर महीने में सुनिश्चित कर दिया जाएगा.
बैकलॉग भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाएं
अजास के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश जारी किए
रायपुर. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से यहां छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजा स) के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर शासकीय कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के बारे में ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री ने बारह सूत्रीय ज्ञापन के सभी बिन्दुओं पर गंभीरता के साथ आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया. डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आरक्षित वर्ग के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए बैकलॉग की स्थिति के अनुसार भर्ती प्रक्रया तेजी से पूर्ण करने के निर्देश सभी संबंधित विभागों को दिए गए हैं. विभागीय सचिवों को इस विशेष भर्ती अभियान की नियमित समीक्षा के लिए भी कहा गया है. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होने दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार अनुसूचित जातियों और जनजातियों के सामाजिक आर्थिक पिछड़ेपन को देखते हुए इन वर्गों के शासकीय सेवकों की विभिन्न समस्याओं के समयबद्ध निराकरण के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एस.के. सोनवानी और प्रांतीय महासचिव अविनाश सेन्दुर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में बैकलॉग के रिक्त पदों के लिए विशेष भर्ती अभियान की कार्रवाई फ्क् मार्च ख्००त्त् तक पूर्ण करने और शासकीय सेवाओं में पदोन्नति के मामलों में वर्ष ख्००फ् के 1०० बिन्दु रोस्टर के स्थान पर वर्ष 1ेेभ् के प्रचलित आरक्षण रोस्टर को पुन: लागू करने का भी आग्रह किया. उन्होंने मुख्यमंत्री को शासन स्तर पर आरक्षण प्रकोष्ठ का गठन करने का भी सुझाव दिया. प्रतिनिधि मंडल का कहना था कि इससे अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अधिकारी कर्मचारी अपनी समस्याओं के बारे में प्रकोष्ठ से सीधे पत्र व्यवहार करते हुए शासन तक अपनी बात पहुंचा सकेंगे.
ज्ञापन में अनुसूचित क्षेत्रों में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों को अनुसूचित क्षेत्र भत्ता दिलाने और न सल प्रभावित जिलों में कार्यरत राज्य के सभी शासकीय कर्मचारियों के लिए पुलिस कर्मियों की तरह जीवन बीमा योजना लागू करने का भी सुझाव दिया गया है. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया गया है कि राज्य शासन के विभिन्न विभागों में सेट-अप जल्द स्वीकृत किया जाए और स्वीकृत सेट-अप में यदि कोई विसंगति हो तो उसका निराकरण संबंधित विभागों द्वारा छह महीने में कर लिया जाए. प्रत्यक विभाग में आरक्षण के लिए एक आदर्श रोस्टर विभागाध्यक्षों और कार्यालय प्रमुखों द्वारा तैयार किया जाए. पदोन्नति और क्रमोन्नति की प्रक्रिया समय-सीमा निर्धारित कर हर साल नियमित रुप से पूर्ण की जाए. ज्ञापन में आरक्षित पदों को संविदा नियुक्ति अथवा प्रतिनियुक्ति से नहीं भरने और इन पदों को नियमों के तहत पदोन्नति अथवा सीधी भर्ती से भरने का भी अनुरोध किया गया है. प्रतिनिधि मंडल में अजा स के प्रांतीय संयोजक जीएन तारम कार्यकारिणी सदस्य अनिल कुमार लकड़ा और ज्योतिष मिंज भी शामिल थे.
नई दिल्ली.स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड सेल ने 1०० करोड और उससे अधिक मूल्य की सभी नई खरीद और ठेकों के लिए निविदाकर्ताओं, विक्रेताओं के साथ इंटीग्रिटी पैक्ट कार्यान्वित करने का निश्चय किया है. एक ऐसे समय मेंजब कंपनी हजारों करोड रूपये की विस्तार एवं आधुनिकीकरण परियोजनाओं को अंतिम रूप देने रही है, कंपनी ने यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. यह प्रणाली क्म् अगस्त, 2007 से प्रभावी होगी और सेल एवं निविदाकर्ताओं, दोनों पर निविदा और ठेका प्रदान करने की प्रक्रिया स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी. यह करार सेल और विक्रेताओं, खरीददारों के बीच एक सहमतिपरक समझौता होगा, जिसके तहत दोनों पक्षों को कुछ निर्धारित नैतिक मानदंडों का पालन करना होगा. इस समझौते के अंतर्गत निर्धारित मानकों का उल्लंखन सिद्घ होने की स्थिति में क्षतिपूर्ति के भुगतान और अन्य न्यायोचित कार्रवाईयां करने के लिए प्रावधान हैं. इस करार का कार्यान्वयन निष्पक्ष बाहा्र मॉनिटर्स देखेंगे, जिससे पारदर्शिता बढ़ाने औरर सेल के साथ-साथ निविदाकर्ताओं दोनों को समान अवसर प्रदान करने में मदद मिलेगी. इस संबंध में कंेद्रीय सतर्कता आयोग ने निष्पक्ष बाहा मॉनिटर के रूप मंे, पूर्व केंद्रीय सतर्कता आयुक्त श्री पी. शंकर और पूर्व सेल अध्यक्ष, डा.पी.एल.अग्रवाल की नियुक्ति को मंजूरी दी है. इस करार के विशेष प्रावधानों को भारत के अतिरिक्त महाधिवक्ता द्वारा पुनरीक्षित किया गया है.
भिलाई इस्पात संयंत्र में रतनजोत पौधों का रोपण
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र ने प्लांट गैरेज के तत्वावधान में 1 अगस्त, 2007 को प्रात: संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (व र्स)श्री एस के जैन ने संयंत्र परिसर में रतन जोत का पौधा लगाकर रतनजोत-वृक्षारोपण अभियान का श्रीगणेश किया. उन्होंने प्लांट गैरेज परिसर में रतनजोत का पहला पौधा रोपा. इस अवसर पर उपस्थित श्री के एस आर मूर्ति महाप्रबंधक, प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएं)श्री पी के बसु महाप्रबंधक, प्रभारी (यांत्रिकी), श्री बी महापात्रा महाप्रबंधक (शॉप्स), श्री आर पी सैनी महाप्रबंधक (उपयोगिताएं), श्री पी गौतम महाप्रबंधक (ब्लॉस्ट फर्नेस), श्री डी मिश्रा महाप्रबंधक (यांत्रिकी) एवं श्री एम एम सामता उप महाप्रबंधक, प्रभारी (प्लांट गैरेज) ने भी वृक्षारोपण में भाग लिया. एग्रोक्रेट्स सोसायटी फॉर रूरल डेवलपमेंट एसोर्ड, रायपुर के सौजन्य से आयोजित रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम में संयंत्र के हर्टीकल्चर विभाग की भी अहम सहभागिता रही.
श्री एस के जैन रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम को संयंत्र के लिये भविष्य मेंबायोडीजल उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. श्री जैन ने कहा कि सर्वविदित है कि संयंत्र में डीजल चलित लोको तथा अन्य वाहनों का उपयोग माल परिवहन कार्य में बहुतायत में होता है, जिसमेंडीजल की खपत अत्याधिक होती है. श्री जैन ने कहा कि रतनजोत कि पौधों (बीज) के जरिये बॉयोडीजल का उत्पादन कर हम भी डीजल की खपत को कर पायेंगे. उन्हांेने बताया कि फिलहाल प्लांट गैरेज परिसर में ही लगभग भ्०० पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें सफलता के उपरांत एसोर्ड संस्था के सहयोग से इस अभियान का विस्तार संयंत्र परिसर के चुनिंदा हिस्सों मेंभी किया जायेगा.
रतनजोत-वृक्षारोपण कार्यक्रम के सूत्राधार श्री मनीष शाहा अध्यक्ष एग्रोकेट्स सोसायटी फार रूरल डेवलपमेंट (एसोर्ड), रायपुर ने रतनजोत पौधा रोपण के लाभ पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इससे भिलाई इस्पात संयंत्र में आवश्यक डीजल की आपूर्ति मेंआसानी होगी. उन्होंने बताया कि इस मुहिम से बेरोजगार युवाओं को भी बॉयोडीजल निर्माण के क्षेत्र आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. प्रति हेक्टर रोपित रतनजोत पौधे, 1० टन प्रति वर्ष कार्बन डॉयआ साईड शोषित करने में सहायक होते हैं. इस तरह रतनजोत पौधे पर्यावरण संतुलन में भी सहायक है. श्री शाह ने बताया कि रतनजोत के एक पौधे से लगभग फ् किलो बीज तथा लगभग साढ़े तीन किलो बीज से लगभग एक लीटर बॉयोडीजल तैयार किया जा सकता है.एक हे टेयर में लगभग ढाई हजार रतनजोत पौधें का रोपण हो सकता है. पौधे की औसत ऊँचाई लगभग 1० फीट होती है तथा तीन साल तक इन्हें बगैर पानी के जीवित रखा जा सकता है. यह छांव में बेहतर विकसित हो सकते हैं. संस्था के उपाध्यक्ष श्री चंद्रकांत चंद्रवंशी तथा कोषाध्यक्ष श्री धीरेंद्र मिश्रा भी इस दौरान उपस्थित थे.
हर्टीकल्चर विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा एसोर्ड संस्था को संयंत्र परिसर में रतनजोत-वृक्षारोपण अभियान के लिये खाद, मिट्टी एवं गमलों के अलावा अन्य आवश्यक सहयोग दिया जायेगा. संस्था फिलहाल फ् वर्षों तक पौधों को अपने संरक्षण में देखभाल करेगी.
इस अवसर पर श्री ए बी पुरंग उप महाप्रबंधक, प्रभारी (फाऊंड्री शॉप), श्री एन डी सि की उप महाप्रबंधक (अनुरक्षण एवं सेवाएं) प्लांट गैरेज बिरादरी के श्री डी चौधरी उप महाप्रबंधक , श्री पी के तिवारी उप महाप्रबंधक श्री एम रेड्डी सहायक महाप्रबंधक, श्री एस के गुप्ता सहायक महाप्रबंधक श्री ए के मंडल सहायक महाप्रबंधक वरिष्ठ योजना सहायक श्री संतोष सिंह, हर्टिकल्चर विभाग के श्री आर एल देवांगन, श्री टी डी दुबे के अलावा प्लांट गैरेज विभाग के कार्मिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा क्क् अगस्त को अंतरविद्यालयीन राष्ट्र भक्ति गायन स्पर्धा
भिलाई. भिलाई. इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा म्० वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आगामी क्क् अगस्त, 2007 शनिवार को भिलाई सीविक सेंटर स्थित कला मंदिर में अंतर विद्यालय राष्ट ्रभक्ति समूह गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. भिलाई इस्पात संयंत्र, शासकीय एवं गैर शासकीय विद्यालयों के बीच कनिष्ठ तथा वरिष्ठ ों वर्गों में आयोजित यह प्रतियोगिता प्रात: .०० बजे से शुरू होगी. प्रतियोगिता मेंप्रवेश लेने की अंतिम तिथि आगामी े अगस्त, 2007 होगी. प्रवेश नि:शुल्क है.
भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक गायन स्पर्धा के उप प्रबंधक श्री एस आर जाखड ने एक जानकारी में बताया कि अंतरविद्यालीयन राष्ट ्रभक्ति गायन स्पर्धा, जूनियर ग्रुप माध्यमिकसतर कक्षाा वीं एक एवं सिनियर गु्रप उच्चतर माध्यमिक स्तर कक्षा क्ख्वीं तक दो समूह वर्गों में सम्पन्न होगी. कुल चार संगतकर्ता के साथ प्रतिभागी दल संगत हेतु हारमोनियम, तबले के अतिरिक्त कोई दो अन्य वाद्य का उपयोग कर सकते हैं. प्रत्येक समूह को अधिकतम स्त्र मिनट तक गायन का समय ही दिया जायेगा. फिल्मी समूह गायन की अनुमति नहीं होगी.
माध्यमिक शालास्तर की प्रतियोगिता के लिये प्रतियोगिता के लिये प्रतियोगी को प्रात:त्त् बजे तथा उच्चतर देना अनिवार्य होगा. क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह द्वारा नियुक्त निर्णायकों का फैसला अंतिम तथा सर्वमान्य होगा. किसी भी प्रकार की अपील पर विचार नहीं होगा.
प्रविष्ठि याँ पुराना प्रशासनिक भवन स्थित क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह के कार्यालय में कार्यालय में कार्यालयीन समय में जमा की जा सकती है.
कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग का स्थापना दिवस
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग के ब्० वें स्थापना दिवस के अवसर पर 1 अगस्त, 2007 को एक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) श्री टी के गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. समारोह मेंमहाप्रबंधक (वित्त पर लेखा) श्री एस के गुलाटी, महाप्रबंधक (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक) श्री तन्मय रॉय और पूर्व विभागाध्यक्ष (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक) श्री वाई के रस्तोगी सहित संयंत्र के अनेक वरिष्ठ अधिकारी बड़ी संख्या मेंउपस्थित थे.
अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत, द्वीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ आरंभ इस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक विभाग तथा वहां के कर्मियों की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में इस विभाग के कर्मी अधिकतर कम्प्यूटरीकरण की जरूरत को देखते हुए ऐसा कुछ करंेगे जिससे कोई भी कार्य मानवीय रूप से करने की गुंजाईश ना रहे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने विभाग के नये साईट का शुभारम्भ किया.
पूर्व विभागध्यक्ष श्री वाय के रस्तोगी ने (कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक)बिरादरी को उज्जवल भविष्य तथा बेहतर कार्य के लिये शुभकामनायें दी. आरंभ मेंअतिथियों का स्वागत करते हुए महाप्रबंधक कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक श्री शुभकामनायंे दी.आरंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए महाप्रबंधक कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीक श्री तन्मय रॉय ने इस विभाग द्वारा किये गये महत्वपूर्ण कार्यों और भविष्य के योजनओं की चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन श्रीमती समता कुमार ने तथा धन्यवद ज्ञापन श्रीमती भवना चावला ने किया.
एस.एम.एस-1 में संवाद भाग-ब् उद्घाटित
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-1 सृजन सभागार में स्त्र अगस्त 2007 को संयंत्र के एस.एम. एस-1 विभाग सृजन सभागार में संवाद भाग-ब् का उद़्घाटन महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास) श्री एस.एन. सिंह द्वारा किया गया.
कार्यक्रम मेंविभाग के उप महाप्रबंधक प्रभारी श्री योगेश कुमार डेगन एवं विभाग के अधिकारीगण तथा कार्मिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन टे्रनिंग प्रभारी श्री एम.एल. देशमुख ने किया. श्री देशमुख ने संवाद कार्यक्रम के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संचार के इस मंच से विभाग के लगभग क्ब्०० कार्मिक पिछले तीन वर्षों से लाभान्वित हो चुके हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन
भिलाई. इस्पात नगरी भिलाई में देश की आजादी की वर्षगांठ के अवसर पर क्भ् अगस्त, 2007 को संयंत्र प्रबंधन द्वारा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. इसी कड़ी में प्रात: त्त्.०० बजे मुख्य ध्वजारोहण समारोह के बाद संयंत्र के प्रबंध निदेशक इस्पात भवन के समक्ष से एक क्रॉस कंट्री रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस वर्ष इस रेस में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिये क्त्त् वर्षों मेंयह दाै़ड आयोजित की गई है.
हंदी में समझना आसान, हिंदी में समझाना आसान-रामराजू
भिलाई. श्री रामराजू प्रबंध निदेशक, भिलाई इस्पात संयत्र एवं अध्यक्ष नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति भिलाई-दुर्ग की अध्यक्षता में नराकास की ख्भ् वीँ अर्थात रजत बैठक ख्स्त्र जुलाई, 2007 को इस्पात भवन सभागार में संपन्न हुई.इस महत्वपूर्ण बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कंेद्रीय सरकार के संस्थान, बैंक व बीमा सहित भ्ख् संस्थानों के प्रमुख व प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. बैठक में भारत सरकार, गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित प्रावधानों के तहत सभी सदस्य संस्थानों में राजभाषा हिंदी में हो रहे काम काज की समीक्षा की गई.
श्री रामा राजू ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन मे ंकहा कि सचिवालय द्वारा प्राप्त आँकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि हिंदी बोलचाल की दिशा में लगातार वृदि्घ हो रही है,किन्तु हमें आंँकड़ों से उबरकर वास्तविकता के धरातल पर भी हिंदी-मय वातावरण तैयाार करना चाहिए. हम जिस क्षेत्र मेंकार्यरत हैं. वहीं कार्यालय का शत-प्रतिशत कार्य हिंदी में होना चाहिए. अगर हम ऐसा करने में सफल हो गए तो वह दिन हमारे लिए गौरवशाली दिवस होगा. उन्हांेंने कहा कि समिति के हर सदस्य संस्थानों की कार्य प्रणाली अलग-अलग है. अतएव कार्यसमिति बनाते समय इस पक्ष को भी ध्यान में रखना चाहिए. बैंकिंग तथा इन्श्योरेंस संस्थानो का आम-आदमी से सीधा संपर्क होता है, ऐसे में अगर वे हिन्दी में काम करें तो बेहतर विपणन का वातावरण तैयार होगा तथा ग्राहक-सेवा के उच्चतम आदर्श को हम प्राप्त कर पावेंगे. शाप फलोर से लेकर प्रबंधन की उच्च स्तर तक की बैठक के अपने अनुभवों से मैं यही कहना चाहूँगा कि हिंदी में समझना आसान है, हिंदी मेंसमझाना आसान है.
श्री भूपिंदर सिंह उप महाप्रबंधक प्रभारी संपर्क व प्रशासन एवं सचिव, नराकास ने कहा कि इसी इस्पात भवन सभागार में तत्कालीन प्रबंध निदेशक, भिलाई संयंत्र श्री विक्रान्त गुजराल की अध्यक्षता में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति भिलाई-दुर्ग की पहली बैठक हुई थी. उन्होंने बताया कि गठन के समय इस समिति के मात्र क्फ् सदस्य थे और आज सदस्य संस्थानों की संख्या बढ़कर भ्ख् हो चुकी है. संस्थानों द्वारा हिंदी कामकाज में दिए गए प्रतिशत वृदि्घ के अँाकड़े वास्वविकता को दर्शा रहे हैं,किंतु हमें इससे आगे जाना है.
श्री अशोक सिंघई, सहायक महाप्रबंधक राजभाषा एवं सहसचिव, नराकास ने बैठक का संचालन किया और विगत छमाही में सम्पादित कार्यों के परिप्रेक्ष्य में अनुपालन प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया. उन्होंने सभी संस्थानों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि शत-प्रतिशत कार्य हिंदी मेंही होने चाहिए, यह हमारा लक्ष्य है. इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें चरणबद्घ कार्यऱ्योजना बनानी होगी. अ टूबर ,2007 में स्थानीय कवि गोष्ठ ी एवं नवम्बर-दिसम्बर, 2007 मेंनराकास स्तरीय एक-दिवसीय राजभाषा संगोष्ठी एवं क्विज प्रतियोगिता का वृहद आयोजन किया जावेगा.
नराकास के अध्यक्ष श्री रामाराजू ने इस अवसर पर नराकास की गृहपत्रिका महानदी के पाँचवे अंक का विमोचन किया. उन्होंने सदस्य संस्थानों को औपचारिक रूप से रजत बैठक के उपलक्ष्य में स्मृति-चिन्ह भी प्रदान किये. नराकास के सदस्य, संस्थानों मेंवर्ष 2007 में हिंदी कामकाज के निरीक्षण के लिये श्री एन.पी. शर्मा समूह महाप्रबंधक, एचएससीएल. की अध्यक्षता में एक निरीक्षण उप समिति का गठन किया गया है.
अंत में डा. बीएम तिवारी उप प्रबंधक संपर्क व प्रशासन ने आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में भिलाई इस्पात संयंत्र के राजभाषा विभाग की पूरी टीम ने सराहनीय कार्य किया.
सभी वर्ग के बच्चों को मिलेगी कम्प्यूटर शिक्षा और नि:शुल्क सायकल
रायपुर.छत्तीसगढ़ प्रदेश के हर वर्ग के गरीब छात्र-छात्राएं अब कम्प्यूटर शिक्षा का ज्ञान ले सकेंगे. साथ ही हाई स्कूल एवं हायर सेकेन्ड्री स्कूल के हर वर्ग के गरीब बच्चों को सायकल वितरित भी की जाएगी. आदिम जाति राज्यमंत्री स्वतंत्रता प्रभार सत्यानंद राठिया ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल से हायर सेकेन्ड्री स्कूल के गरीबी रेखा से नीचे आने वाले हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को सायकल वितरित की जाएगी. उन्होंने बताया कि इससे पहले अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के गरीब बच्चों को ही सायकल वितरित की जाती है, लेकिन अब इसका लाभ सभी गरीब वर्ग के बच्चों को मिलेगा.
श्री राठिया ने बताया कि आदिम जाति विभाग का कार्य संभालने के बाद सबसे पहले उन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी ली और समीक्षा की. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी विभाग की ओर से सभी आश्रम तथा छात्रावास प्रारंभ हो चुके हैं. गरीब छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति समय पर उपलब्ध कराने के लिए अग्रिम राशि भी केंद्र से प्राप्त कर ली गई है. उन्होंने यह जानकारी भी दी कि, आने वाले समय से छठवीं से लेकर हायर सेकेन्ड्री स्कूल तक सभी आश्रम एवं छात्रावासों में कम्प्यूटर शिक्षा लागू कर दी जाएगी. इस शिक्षा का लाभ छात्र-छात्राएं शीघ्र पा सकें इसकेे लिए दस जिलों में योजना का अनुबंध हो चुका है. यह कम्प्यूटर शिक्षा इसी माह से लागू हो जाएगी. शेष छह जिलों मे भी इस योजना को सितम्बर महीने में सुनिश्चित कर दिया जाएगा.
बैकलॉग भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाएं
अजास के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश जारी किए
रायपुर. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से यहां छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजा स) के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर शासकीय कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के बारे में ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री ने बारह सूत्रीय ज्ञापन के सभी बिन्दुओं पर गंभीरता के साथ आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया. डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आरक्षित वर्ग के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए बैकलॉग की स्थिति के अनुसार भर्ती प्रक्रया तेजी से पूर्ण करने के निर्देश सभी संबंधित विभागों को दिए गए हैं. विभागीय सचिवों को इस विशेष भर्ती अभियान की नियमित समीक्षा के लिए भी कहा गया है. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होने दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार अनुसूचित जातियों और जनजातियों के सामाजिक आर्थिक पिछड़ेपन को देखते हुए इन वर्गों के शासकीय सेवकों की विभिन्न समस्याओं के समयबद्ध निराकरण के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एस.के. सोनवानी और प्रांतीय महासचिव अविनाश सेन्दुर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में बैकलॉग के रिक्त पदों के लिए विशेष भर्ती अभियान की कार्रवाई फ्क् मार्च ख्००त्त् तक पूर्ण करने और शासकीय सेवाओं में पदोन्नति के मामलों में वर्ष ख्००फ् के 1०० बिन्दु रोस्टर के स्थान पर वर्ष 1ेेभ् के प्रचलित आरक्षण रोस्टर को पुन: लागू करने का भी आग्रह किया. उन्होंने मुख्यमंत्री को शासन स्तर पर आरक्षण प्रकोष्ठ का गठन करने का भी सुझाव दिया. प्रतिनिधि मंडल का कहना था कि इससे अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के अधिकारी कर्मचारी अपनी समस्याओं के बारे में प्रकोष्ठ से सीधे पत्र व्यवहार करते हुए शासन तक अपनी बात पहुंचा सकेंगे.
ज्ञापन में अनुसूचित क्षेत्रों में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों को अनुसूचित क्षेत्र भत्ता दिलाने और न सल प्रभावित जिलों में कार्यरत राज्य के सभी शासकीय कर्मचारियों के लिए पुलिस कर्मियों की तरह जीवन बीमा योजना लागू करने का भी सुझाव दिया गया है. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया गया है कि राज्य शासन के विभिन्न विभागों में सेट-अप जल्द स्वीकृत किया जाए और स्वीकृत सेट-अप में यदि कोई विसंगति हो तो उसका निराकरण संबंधित विभागों द्वारा छह महीने में कर लिया जाए. प्रत्यक विभाग में आरक्षण के लिए एक आदर्श रोस्टर विभागाध्यक्षों और कार्यालय प्रमुखों द्वारा तैयार किया जाए. पदोन्नति और क्रमोन्नति की प्रक्रिया समय-सीमा निर्धारित कर हर साल नियमित रुप से पूर्ण की जाए. ज्ञापन में आरक्षित पदों को संविदा नियुक्ति अथवा प्रतिनियुक्ति से नहीं भरने और इन पदों को नियमों के तहत पदोन्नति अथवा सीधी भर्ती से भरने का भी अनुरोध किया गया है. प्रतिनिधि मंडल में अजा स के प्रांतीय संयोजक जीएन तारम कार्यकारिणी सदस्य अनिल कुमार लकड़ा और ज्योतिष मिंज भी शामिल थे.
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