Saturday, August 4, 2007

निगम ने फर्जी जोडों का विवाह कराया इसलिए खर्च की जाँच हो- कुरैशी


सभी दैनिक समाचार पत्रों ने फर्जी जोडों की वास्तविकता की जानकारी अपने समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित की. निर्धन कन्याओं के नाम पर फर्जी जोडों की शादी कराई गयी है. समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद नगर पालिक निगम के आयुक्त द्वारा महिला बाल विकास परियोजना मंडल के अधिकारी के माध्यम से जांच करने की घोषणा जरूर कि गयी, लेकिन यह कतई संभव नहीं है कि महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी नगर पालिक निगम भिलाई के पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा किए गए विवाह समारोह में अनियमितताओं की वास्तविक जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके. इस समारोह में महापौर से लेकर सभापति, कई पार्षदों, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों ने जिस जोडे का नाम पंजीयन करवाए हैं उसमें अधिकांश फर्जी जोडे हैं.

भिलाई. छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्य मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बदरूद्दीन कुरैशी ने मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, नगरीय विकास प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री लता उसेंठी को पत्र लिखकर मांग की है कि कथित तौर पर 19 जून 2007 को फर्जी तरीके से किए गए 176 कन्याओं के विवाह का खर्चा साढ़े आठ लाख रूपए को सामान्य सभा की बैठक में जो स्वीकृति दी गई है,उसे किसी आई एएस अधिकारी से जाँच के बाद ही स्वीकृति प्रदान करें.


उन्होंने कहा है कि 19 जून 2007 को महिला बाल विकास नगर पालिक निगम भिलाई के तत्वावधान में 176 फर्जी जोडे निर्धन कन्याओं के नाम पर विवाह समारोह का आयोजन किया गया था. केवल राज्य सरकार एवं भिलाई -दुर्ग की जनता को राजनैतिक तुष्टि करण के नाम यह किया गया. सभी दैनिक समाचार पत्रों ने फर्जी जोडों की वास्तविकता की जानकारी अपने समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित की. निर्धन कन्याओं के नाम पर फर्जी जोडों की शादी कराई गयी है. समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद नगर पालिक निगम के आयुक्त द्वारा महिला बाल विकास परियोजना मंडल के अधिकारी के माध्यम से जांच करने की घोषणा जरूर कि गयी, लेकिन यह कतई संभव नहीं है कि महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी नगर पालिक निगम भिलाई के पार्षदों एवं अधिकारियों द्वारा किए गए विवाह समारोह में अनियमितताओं की वास्तविक जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके. इस समारोह में महापौर से लेकर सभापति, कई पार्षदों, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों ने जिस जोडे का नाम पंजीयन करवाए हैं उसमें अधिकांश फर्जी जोडे हैं. इन लोगों के खिलाफ जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करना महिला परियोजना अधिकारी द्वारा कतई संभव नहीं है जबकि नगर पालिक निगम भिलाई ने निर्धन कन्याओं के विवाह समारोह में हुए 8.50 लाख रूपये खर्चे का प्रस्ताव बनाकर क् अगस्त को सामान्य सभा में पास कराने के उदेश्य से एजेंडा में रख दिया है. चूंकि भारतीय जनता पार्टी का नगर निगम में बहुमत है अत: यह सर्वसम्मति से अवश्य पास हो जाएगा. इसके बाद जाँच रिपोर्ट का कोई महत्व नहीं रहेगा. अत: इससे संदेह होता है. यह निर्धन कन्या के नाम पर आम जनता से लाखों रूपये चंदा एवं शासन के लाखों रूपये की धोखाधड़ी की गई है. इसकी तत्काल जांच किसी आई.ए.एस. अधिकारी से कराई जाए ताकि इस प्रकार की घटना अन्य जिलांे में न हो सके और निर्धन कन्या की शादी के नाम पर शोषण करने वाले तत्वों का पर्दाफाश हो सके. अगस्त को सामान्य सभा में पास कराने के उदेश्य से एजेंडा में रख दिया है आग्रह किया गया कि इसकी तत्काल जाँच किसी आई ए.एस. अधिकारी से कराई जाए ताकि इस प्रकार की घटना अन्य जिलों में न हो सके और निर्धन कन्या की शादी के नाम पर शोषण करने वाले तत्वों का पर्दाफाश हो सके. सामान्य सभा में स्वीकृति होने के बावजूद त्त्.भ्०लाख खर्च की राशि को बिना जाँच के स्वीकृति न दिया जाए.

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